प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
Monu Manesar Biography in Hindi: मोनू मानेसर का जन्म 1980 में राजस्थान के एक छोटे से गांव में हुआ था। उनके पिता एक किसान थे और उनकी मां एक गृहिणी थी। मोनू ने अपने गांव के स्कूल में पढ़ाई की और फिर आगे की पढ़ाई के लिए जयपुर चले गए। उन्होंने जयपुर से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की।
Monu Manesar Biography in Hindi
असली नाम | Mohit Yadav |
प्रसिद्द नाम | मोनू मानेसर |
जन्म तिथि | 1991 |
आयु | 32 (2023 तक) |
जन्म स्थान | मानेसर, हरियाणा, भारत |
पेशा | Bajrang Dal Leader |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
धर्म | हिंदू |
जाति | कल |
वर्तमान स्थान | Gorakhpur, Uttar Pradesh |
करियर की शुरुआत
मोनू ने अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद एक सॉफ्टवेयर कंपनी में नौकरी शुरू की। लेकिन वह जल्द ही महसूस कर रहे थे कि वह अपनी नौकरी से खुश नहीं थे। उन्होंने कुछ और करने का फैसला किया।
करोवारी बनने का सफ़र
मोनू ने कुछ दोस्तों के साथ मिलकर एक स्टार्टअप कंपनी शुरू की। कंपनी ने शुरुआत में कुछ कठिनाइयों का सामना किया, लेकिन मोनू और उसके दोस्तों ने कड़ी मेहनत की और कंपनी को सफल बनाया। आज, कंपनी एक सफल उद्यम है और मोनू एक सफल उद्यमी हैं।
पुरस्कार और सम्मान
मोनू को उनके काम के लिए कई पुरस्कार और सम्मान मिले हैं। उन्हें “उद्यमी ऑफ द ईयर” का पुरस्कार भी मिला है।
पेशेवर कैरियर –
वारिस खान के निधन के तुरंत बाद, मोनू मानेसर के नाम से जाना जाने वाले एक पेशेवर को ज़िंदा जला दिया गया था। दो मुस्लिम पुरुषों, जुनैद और नासिर, जिन्हें भारतीय दंड संहिता के तहत गिरफ्तार किया गया था, उनके शिकार बने थे।
हरियाणा के भिवानी जिले में एक जली हुई कार के अपहरण की घटना
अपहरण का विवरण
इस्माइल ने अपनी पुलिस रिपोर्ट में बताया कि जुनैद और नासिर 15 फरवरी को सुबह को भारतीय राज्य राजस्थान के भरतपुर शहर गए थे। यह तीसरे दिन था जब उन्हें एक अजनबी ने आकर बताया कि एक समूह लोगों ने उन्हें बजरंग दल के छह सदस्यों के साथ अपहरण कर लिया था और बेरहमी से पीटा था। इस घटना को देखते हुए, राजस्थान पुलिस ने 16 फरवरी को उन छहों सदस्यों के खिलाफ उपयुक्त कानूनी कदम उठाए।
अपराधियों को गिरफ्तार किया गया
भारतीय दंड संहिता की धारा 143 (अवैध सभा), 365 (गुप्त रूप से और गलत तरीके से किसी व्यक्ति को कैद करने के इरादे से अपहरण करना), 367 (किसी व्यक्ति को गंभीर चोट पहुंचाने, दासता आदि देने के लिए अपहरण), और 368 (गलत तरीके से कारावास में रखना, अपहृत या अपहृत व्यक्ति) के तहत ये छहों अपराधी गिरफ्तार किए गए थे। हरियाणा में मोनू मानेसर को बड़े पैमाने पर गोरक्षा के चेहरे के रूप में माना जाता है।
समाप्ति शब्द
यह अपहरण और जिंदा जलाने की घटना एक दर्दनाक घटना थी, जो वारिस खान की निधन के बाद हुई थी। मोनू मानेसर की इस घटना से इस्लामिक समुदाय में बड़ा धड़कना हुआ था। अपराधियों को कड़ी सजा देने की जरूरत है ताकि लोगों में विश्वास और सुरक्षा की भावना बनी रहे।
Monu Manesar सामाजिक मीडिया लिंक
Monu Manesar के ट्विटर, फेसबुक, यूट्यूब और इंस्टाग्राम में उनके खातों के सोशल मीडिया लिंक नीचे दिए गए हैं:
निष्कर्ष
मोनू मानेसर एक प्रेरणादायक व्यक्ति हैं। उन्होंने अपनी कठिन परिस्थितियों से उभरकर सफलता हासिल की है। वे दूसरों को भी प्रेरित करते हैं कि वे भी अपने सपनों को पूरा कर सकते हैं। मोनू एक सफल उद्यमी हैं और उन्होंने अपनी कंपनी को एक सफल उद्यम बनाया है। वे एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व हैं और दूसरों को भी प्रेरित करते हैं।
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