भारत राष्ट्र समिति की MLC और तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की बेटी के. कविता को ईडी ने शुक्रवार को शराब घोटाले में नाम आने पर गिरफ्तार कर लिया है| अब लोग जानना चाहते हैं कि के. कविता कौन हैं और वे कैसे राजनीति में आईं| तो, आज हम उनके विषय में सब कुछ बताएँगे|
Kalvakuntla Kavitha Biography
के. कविता तेलंगाना राज्य आंदोलनकारी और सामाजिक कार्यकर्ता हैं| और वे भारत राष्ट्र समिति की MLC भी हैं| दिल्ली के शराब घोटाले में मनीष सिसोदिया की गिरफ़्तारी के बाद से ही वे ईडी के रडार पर थीं|
पूरा नाम | कल्वाकुंतला कविता |
जन्म दिवस | 13 मार्च 1978 |
आयु | 46 वर्ष |
जन्म स्थान | बोविनपल्ली, हैदराबाद, तेलंगाना |
पिता का नाम | चंद्रशेखर राव (केसीआर) |
माता का नाम | शोभा |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
स्कूली शिक्षा | स्टेनली गर्ल्स हाई स्कूल, हैदराबाद |
बीटेक | वीएनआर विग्नाना ज्योति इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी |
मास्टर ऑफ साइंस | दक्षिणी मिसिसिपी विश्वविद्यालय |
व्यवसाय | सामाजिक कार्यकर्ता, राजनीतिज्ञ |
पार्टी का नाम | देवनपल्ली अनिल कुमार |
संतान | दो बेटे-आदित्य और आर्या |
के. कविता का जन्मदिन एवं परिवार
के. कविता का पूरा नाम कल्वाकुंतला कविता है| उनका जन्म 13 मार्च 1978 को बोविनपल्ली, हैदराबाद, तेलंगाना में हुआ| उनके पिता श्री के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) तेलंगाना आंदोलन के सक्रिय कार्यकर्ता और तेलंगाना के पहले मुख्यमंत्री रहे| उनकी माँ का नाम शोभा है| वे 46 वर्ष की हैं| उनका विवाह व्यवसायी देवनपल्ली अनिल कुमार से हुआ|
उनके दो बेटे आदित्य और आर्या हैं| विवाह के बाद 2003 में वे पति के साथ यूएस चली गईं थीं परंतु 20006 में वह अपने पिता की राजनीति में हाथ बँटाने के लिए भारत वापस आ गईं|
के. कविता की शिक्षा
कविता एक उच्च शिक्षित महिला हैं| उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा स्टेनली गर्ल्स हाई स्कूल, हैदराबाद से पूरी की| इसके पश्चात उन्होंने वीएनआर विज्ञान ज्योति इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी से सीएसई में बीटेक किया| इसके बाद उन्होंने मिसिसिपी विश्वविद्यालय से मास्टर ऑफ साइंस किया| 2006 में भारत लौटने से पहले वे यूएसए में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में कार्यरत थीं|
के. कविता का राजनीतिक करियर
कविता ने अगस्त 2006 में तेलंगाना राष्ट्र समिती, जो वर्तमान में बीआरएस है, के गठन के ठीक पाँच साल बाद तेलंगाना जागृति की शुरुआत की| इस का उद्देश्य तेलंगाना की संस्कृति, परम्पराओं और त्योहारों को बढ़ावा देना था| उन्होंने बथुकम्मा फूल उत्सव को दोबारा सक्रिय करने में अभूतपूर्व भूमिका निभाई| याद रहे कि यह राज्य के सबसे लोकप्रिय त्योहारों में से एक है|
2014 में कविता ने सक्रिय राजनीति में कदम रखा और निजामाबाद से लोकसभा चुनाव जीतकर सनसनी फैला दी| यद्यपि 2019 के चुनावों में भाजपा उम्मेदवार धर्मपुरी अरविन्द ने उन्हें हरा दिया| कुछ दिन लोगों से दूर रहने के बाद वे अक्टूबर 2020 में फिर से निजामाबाद से राज्य विधान परिषद में एक सीट जीतीं| 2021 में वे फिर से चुनी गईं|
के. कविता की कुल संपत्ति
के. कविता के पास 39.79 करोड़ रुपये की कुल संपत्ति है| उनके पास लगभग एक लाख रुपये कैश हैं| उनके बैंक में 37 लाख रुपये के लगभग जमा हैं| उन्होंने विभिन्न कंपनियों के बॉन्ड, डिपेचर और शेयरों में लगभग 17.88 करोड़ रुपये निवेश किये हुए हैं|
इसके अतिरिक्त कविता ने कई सरकारी योजनाओं में भी पैसा लगाया हुआ है| उनके पास 1.95 किलो सोना और डायमंड है और लगभग 11.2 किलो चांदी है| उनके पति के पास 200 ग्राम सोना है| दोनों के पास कुल 77 लाख के गहने है| उनके पास 7.58 लाख की टोयोटा फॉर्च्यूनर कार है|
के. कविता पर ईडी की जांच
दिसंबर 2022 को सीबीआई के अधिकारियों ने कविता से दिल्ली उत्पाद शुल्क मामले में सवाल जवाब करते हुए उनके घर पर लगभग सात घंटे उनसे पूछताछ की थी| अगले ही दिन उन्हें सीबीआई की ओर से एक नोटिस दिया गया जिसमें उन्हें दिल्ली सरकार की उत्पाद शुल्क नीति में कथित भ्रष्टाचार के संबंध में होने वाली जांच में शामिल होने को कहा परंतु बाद में ये नोटिस रद्द कर दिया गया|
अब ईडी ने कहा है कि कविता ‘साउथ ग्रुप’ के महत्त्वपूर्ण सदस्यों में से एक हैं| और उन्होंने दिल्ली सरकार की 2021-22 के लिए बनी आबकारी नीति में एक बड़ी भूमिका निभाई है| उनके अतिरिक्त इस समूह के कुछ अन्य सदस्यों जैसे- ओंगोल सांसद मंगुटा श्रीनिवासुलु रेड्डी के बेटे राघव मंगुटा और पी शरथ चंद्र रेड्डी से भी पूछताछ हो रही है| फिलहाल कविता की ईडी की गिरफ्त में हैं| अब यह जाँच का ऊँट किस करवट बैठेगा ये तो आने वाला समय ही बताएगा|
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