कैसे मामूली बदमाश से कुख्यात गैंगस्टर बना दुर्लभ कश्यप | Durlabh Kashyap Biography In Hindi, Age, News, Death, Family.

Durlabh Kashyap Biography In Hindi: दुर्लभ कश्यप का जन्म 8 नवंबर 2000 को उज्जैन में जीवाजीगंज के अब्दालपुरा में हुआ था। वह पिता मनोज कश्यप तथा माता पदमा का इकलौता पुत्र था। दुर्लभ की मां उज्जैन के क्षीरसागर स्कूल में शिक्षिका थी। इनके पिता मुंबई में नौकरी करने के बाद, इंदौर में शिफ्ट हुए। दुर्लभ का कुछ समय इंदौर में भी बीता।

Durlabh Kashyap Biography In Hindi

16 वर्ष की उम्र में अपराध जगत में आया और 20 की उम्र में गैंगवार में मारा जाने वाला दुर्लभ कश्यप जिंदा है या मुर्दा ये एक रहस्य बना हुआ है| दुर्लभ कश्यप एक ऐसा गैंगस्टर था जो सोशल मीडिया पर खूब छाया रहा और सीरियल किलर्स का रोल मॉडल था| 19 साल के शिवप्रसाद धुर्वे ने मध्य प्रदेश के सागर में 60 वर्षीय शिवकुमार दुबे, 57 वर्षीय कल्याण लोधी, मंगल अहिर्वार, सोनू वर्मा की सिर कुचल कर हत्या कर दी|

Durlabh Kashyap Biography In Hindi

नामदुर्लभ कश्यप
चर्चित नामकोहीनूर
उम्र8 नवंबर 2000
पिता का नाममनोज कश्यप
माता का नामपद्मा कश्यप
जातिब्राह्मण
धर्महिन्दू
नागरिकताभारतीय
मृत्यु06 सितंबर 2020
जन्म स्थानउज्जैन, मध्य प्रदेश, भारत

उसे जब पुलिस ने गिरफ्तार किया तो उसने पुलिस को बताया कि वह दुर्लभ कश्यप की तरह मशहूर होना चाहता था| इसलिए उसने ड्यूटी पर सोने वाले इन सभी चौकीदारों की हत्या कर दी| इसी प्रकार के दुर्लभ गैंग के अन्य सदस्य चयन बोहरा ने बाकायदा इंस्टाग्राम पर ऐलान करने के बाद इंदौर में अनिल दीक्षित नामक हिस्ट्रीशीटर की हत्या कर दी और फिर अनिल दीक्षित की मृत्यु वाले दिन इंस्टाग्राम पर लाइव आकर शराब पार्टी की| ऐसे ही महाराष्ट्र के औरंगाबाद में मुफ़्त सिगरेट न देने पर कथित रूप से दुर्लभ गैंग के लोगों ने शुभम नामक युवक पर रॉड से हमला कर दिया|

कौन था दुर्लभ कश्यप

क्या वजह है कि दुर्लभ कश्यप के मारे जाने के बाद भी देश के विभिन्न हिस्सों में होने वाली वारदातों में उसका नाम अब भी आता है| कौन था ये दुर्लभ कश्यप? चलिए जानते हैं दुर्लभ कश्यप के बारे में| और जानते हैं कि 16 वर्ष की आयु में जुर्म की दुनिया में उतरने वाला दुर्लभ ने इतना बड़ा गैंग कैसे बना लिया?

बताया जाता है कि 2018 में अपनी तस्वीरों और फिटनेस के लिए अक्सर सोशल मीडिया पर वायरल होने वाले उज्जैन के SP सचिन अतुलकर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे| मीडिया के समक्ष दुर्लभ और उसके कुछ साथियों की परेड कराई जा रही| तभी किसी पत्रकार ने पूछ लिया कि इन सब में दुर्लभ कौन है? इस पर अतुलकर ने कहा वो खुद हाथ उठाकर बताएगा| इसके बाद फटी कमीज पहने दुर्लभ ने जिस अंदाज में अपना हाथ ऊपर उठाया, वह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया| वह मामूली सा नाबालिग लड़का लोगों के बीच अपनी पहचान बनाने में कामयाब हो गया|

8 नवंबर 2000 को उज्जैन जिले के जीवाजीगंज के अब्दालपूरा में जन्मे दुर्लभ का बचपन बहुत अच्छा नहीं था| उसके माता-पिता अलग-अलग रहते थे| दुर्लभ के पिता मनीष कश्यप इंदौर में रहते थे और दुर्लभ अपनी माँ के साथ उज्जैन में रहता था| उसकी माँ सरकारी अध्यापिका थी| वह उज्जैन के ही एक नामी विद्यालय में पढ़ रहा था परंतु अपराध की दुनिया के आकर्षण के चलते उसका पढ़ाई से मन हटने लगा और परिणामतः वह दसवीं कक्षा में फेल हो गया|

उसके नजदीकी लोग बताते हैं कि वह सोशल मीडिया पर अपनी तस्वीरें डालना बहुत पसंद करता था| वह लोगों को धमकाने आदि के वीडियो सोशल मीडिया पर डालकर अपनी बदमाशी का प्रचार करता था| यहाँ तक कि उसने सोलह वर्ष की आयु में ही गैंग बनाने के बाद फ़ेसबुक पर खुलेआम लिख दिया कि किसी भी प्रकार के विवाद के निपटारे के लिए संपर्क करें| इस प्रकार कच्ची उम्र में ही उसे अपराध का शौक चढ़ गया था| और सोशल मीडिया पर उसके स्टाइल से प्रभावित होकर किशोर और युवा लड़के उससे जुड़ने लगे| उसकी फैन फॉलोइंग बढ़ने लगी| और इससे मजबूती पाकर वह सहर में छोटे-मोटे अपराधों को अंजाम देने लगा|

यह भी पढ़ें:-

बताया जाता है कि साल 2016 में उज्जैन में सिंहस्थ के आयोजन के समय उसने एक दुपहिया वाहन रैली में शामिल हुआ| इस रैली में डीजे और खान-पान की व्यवस्था का दारोमदार दुर्लभ पर था| इस बीच उसमें पौपुलैरिटी पाने की सनक बढ़ती जा रही थी| उसने हर छोटे-बड़े बदमाश से मेलजोल बढ़ाना शुरू कर दिया| तभी उसकी मुलाकात हेमंत उर्फ बोखला से हुई और वह पूरी तरह अपराध की दुनिया में आ गया|

16 साल की उम्र में बना ली थीअपनी गैंग

फरवरी 2017 में दुर्लभ ने अपने साथियों के साथ मिलकर 18 वर्षीय लड़के पर चाकू से हमला किया| उस पर केस भी दर्ज हुआ| हेमंत बोखला के जरिए ही वह राहुल किलोसिया के संपर्क में आया| किलोसिया के फार्म हाउस पर दुर्लभ और उसके साथियों का आना-जाना बहुत बढ़ गया| वहाँ वे शराब और गांजे के नशे में डूबे रहते और बदले में किसी भी वारदात को अंजाम देने के लिए तैयार रहते| जनवरी 2018 में उस पर हत्या का मुकदमा दायर हुआ|

11-12 जनवरी को रात में दुर्लभ और उसके साथियों की भिड़ंत टाक परिवार के कुछ लड़कों से हो गई| इस भिड़ंत में कई लड़के घायल हुए| दोनों पक्ष अपने-अपने साथियों को लेकर जब अस्पताल पहुँचे तब दोनों गैनगों में फिर टकराहट हुई| इस बीच दुर्लभ गैंग के लड़कों ने अर्पित उर्फ कान्हा पर चाकू से हमला किया जिससे बाद में उसकी मौत हो गई| दुर्लभ और उसका साथी राजदीप उस समय नाबालिग थे इसलिए उन्हें बाल सुधार गृह भेज दिया गया| करीब चार माह बाद दोनों को जमानत मिल गई|

दुर्लभ कश्यप गैंग किसी कॉर्पोरेट कंपनी की तरह काम करता था| उसके गैंग का एक स्टाइल था और उनका ड्रेस कोड था| उसके गैंग के लोग माथे पर तिलक, आँखों में सुरमा और कंधे पर काला गमछा रखते थे| और उसके इसी स्टाइल के किशोर और युवा फैन हुए जा रहे थे|

जब इस गैंग ने उज्जैन में ज्यादा वारदातें करनी शुरू की, तो पुलिस ने इस गैंग के लड़कों को उठाना शुरू कर दिया| 27 अक्टूबर 2018 में दुर्लभ को उसके 23 साथियों के साथ पुलिस ने पकड़ लिया| नाबालिग होने के कारण उसे बाल संप्रेक्षण गृह में रखा गया| किशोर न्याय बोर्ड ने 24 अप्रैल 2019 को उसे इंदौर भेज दिया| उसके बालिग होते ही पुलिस ने फिर कार्रवाई की| पुलिस के दर से वह एक वर्ष से अधिक समय के लिए उज्जैन की भैरवगढ़ जेल में रहा| 18 साल की उम्र में ही उसके खिलाफ 9 केस दर्ज हो चुके थे और यहाँ तक कि वह जेल से ही गैंग चलाता रहा|

गैंगवार में मारा गया दुर्लभ कश्यप

करीब दो साल जेल में रहने के बाद कोरोना काल में उसे रिहा किया गया और वह अपनी माँ के पास उज्जैन लौट आया और जुर्म की दुनिया में फिर एक्टिव हो गया| लेकिन उसके दुश्मन भी उससे बदला लेने के लिए लगे हुए थे| एक दिन जब वह हैलावाड़ी इलाके में एक चाय की दुकान पर पहुंचा तो शहंवाज नामक युवक से उसकी कहासुनी हो गई और उसने गोली चला दी| गोली युवक की गार्डन के पास से गुजरी|

बस शहंवाज ने अपने साथियों के साथ दुर्लभ को घेरकर चाकू से उसके पेट, पीठ, चेहरे और गार्डन पर आधाधुंध 34 वार किए| इस दौरान दुर्लभ के साथी उसे छोड़कर भाग गए थे और पुलिस को उसकी खून से लथपथ लाश मिली थी|
दुर्लभ कश्यप मर चुका है पर अपराध की दुनिया में आज भी उसके नाम पर अपराध हो रहे हैं|

दुर्लभ कश्यप पर बन रही है एक फिल्म

सोशल मीडिया पर दुर्लभ कश्यप का नाम और स्टाइल काफी चर्चा में है। यही वजह है कि उसकी मौत के बाद उसके ऊपर एक फिल्म बन रही है। उसे लॉयन ऑफ उज्जैन भी कहा जाता था। पंजाबी अभिनेता जय रंधावा दुर्लभ कश्यप का किरदार निभा रहे हैं। फिल्म का पोस्टर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

यह भी पढ़ें:-

दुर्लभ कश्यप कौन था ?

दुर्लभ कश्यप उज्जैन का सबसे खरनाक गैंगस्टर व अपराधी था

दुर्लभ कश्यप के पिता का नाम क्या था?

दुर्लभ कश्यप के पिता का नाम मनोज कश्यप था?

Leave a Comment